केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2025 के बोर्ड परीक्षा परिणामों की घोषणा कर दी है। इस साल, 10वीं और 12वीं दोनों कक्षाओं के लिए पास प्रतिशत महत्वपूर्ण हैं, जिसमें 10वीं कक्षा के लिए 93.66% और 12वीं कक्षा के लिए 88.39% पास प्रतिशत दर्ज किया गया है।
यह साल छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है, जिसमें शैक्षिक संस्थानों और अभिभावकों ने परिणाम की प्रतीक्षा की। यहां हम आपको CBSE 10वीं और 12वीं के परिणाम 2025 के बारे में पूरी जानकारी देंगे।
अपना CBSE परिणाम 2025 कैसे देखें
CBSE ने छात्रों के लिए परिणाम देखना आसान बना दिया है। यहां हमने बताया है कि आप अपना परिणाम कैसे चेक कर सकते हैं:
- आधिकारिक CBSE परिणाम वेबसाइट पर जाएं:
- 10वीं कक्षा: cbseresults.nic.in
- 12वीं कक्षा: cbseresults.nic.in
- अपना रोल नंबर दर्ज करें: आपको अपना रोल नंबर डालने के लिए कहा जाएगा, जो आपके एडमिट कार्ड पर मिलेगा।
- अपने विवरण सबमिट करें: आवश्यक जानकारी डालने के बाद, परिणाम देखने के लिए सबमिट करें।
- परिणाम डाउनलोड करें: परिणाम प्रदर्शित होने के बाद, छात्र इसे डाउनलोड कर सकते हैं और एक प्रिंटआउट ले सकते हैं।
अधिक जानकारी और अपडेट के लिए छात्र CBSE की आधिकारिक वेबसाइट पर भी जा सकते हैं: cbse.gov.in
DigiLocker और अन्य तरीकों से परिणाम जांचें
ऑनलाइन परिणाम देखने के अलावा, छात्र अपने CBSE परिणामों को DigiLocker के माध्यम से भी एक्सेस कर सकते हैं, जो उनके अंकपत्र और प्रमाणपत्र का सुरक्षित डिजिटल संस्करण प्रदान करता है। छात्र DigiLocker में लॉग इन कर सकते हैं और परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।
DigiLocker लिंक: cbse.digitallocker.gov.in
इसके अलावा, यदि छात्र वेबसाइटों के अधिक ट्रैफिक के कारण परिणाम देखने में परेशानी महसूस कर रहे हैं, तो वैकल्पिक तरीकों से भी परिणाम देखा जा सकता है:
- SMS: छात्र अपने रोल नंबर को CBSE के निर्धारित SMS नंबर पर भेज सकते हैं।
- IVRS: CBSE इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस सिस्टम (IVRS) भी उपलब्ध है।
- UMANG ऐप: UMANG ऐप के माध्यम से छात्र सीधे अपने मोबाइल डिवाइस से परिणाम देख सकते हैं।
पास प्रतिशत: परिणामों का विवरण
10वीं कक्षा के परिणाम:
10वीं परीक्षा में 93.66% छात्रों ने सफलता प्राप्त की, जो पिछले कुछ वर्षों की चुनौतियों के बावजूद शानदार प्रदर्शन को दर्शाता है। इस साल दक्षिण भारत, विशेषकर केरल और आंध्र प्रदेश के राज्यों में शानदार प्रदर्शन देखने को मिला।
12वीं कक्षा के परिणाम:
12वीं कक्षा में पास प्रतिशत 88.39% रहा, जो पिछले साल के मुकाबले थोड़ी गिरावट दर्शाता है। हालांकि, परिणाम अभी भी देशभर के छात्रों द्वारा किए गए कठिन परिश्रम का परिणाम हैं। दक्षिण भारत के क्षेत्रों ने 12वीं कक्षा में भी शानदार प्रदर्शन किया, जबकि दिल्ली और हरियाणा जैसे क्षेत्रों में पास प्रतिशत थोड़ा कम रहा।

क्षेत्रीय प्रमुखता और टॉप परफॉर्मिंग क्षेत्र
CBSE अधिकारियों के अनुसार, थिरुवनंतपुरम (केरल) ने फिर से 10वीं और 12वीं दोनों कक्षाओं में सबसे उच्चतम पास प्रतिशत दर्ज किया। इस शहर ने 10वीं कक्षा में 99% से अधिक पास प्रतिशत दर्ज किया, जो पूरे देश में सबसे उच्चतम है।
अन्य उल्लेखनीय क्षेत्रों में जहां अच्छा प्रदर्शन हुआ:
- विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश): लगातार अच्छे परिणाम।
- चेन्नई (तमिलनाडु): दक्षिणी जोन में अच्छा प्रदर्शन।
- कोलकाता (पश्चिम बंगाल): परिणामों में स्थिर सुधार।
हालांकि, दिल्ली ने 12वीं कक्षा में थोड़ी गिरावट दर्ज की, और 10वीं के परिणाम में भी 85% से नीचे प्रतिशत दर्ज किया गया।
छात्रों के लिए अगला कदम
जहां एक ओर CBSE परिणाम घोषित हो चुके हैं, वहीं छात्रों को कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखनी चाहिए:
- सत्यापन और पुनर्मूल्यांकन: यदि छात्र परिणाम से संतुष्ट नहीं हैं, तो वे पुनर्मूल्यांकन या सत्यापन के लिए आवेदन कर सकते हैं, जो आधिकारिक CBSE वेबसाइट के माध्यम से किया जा सकता है।
- टॉपर की जानकारी: 10वीं और 12वीं कक्षा के टॉपर्स के नाम जल्द ही घोषित किए जाएंगे, और प्रत्येक स्कूल में अपने उच्चतम अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को भी सम्मानित किया जाएगा।
- काउंसलिंग और मार्गदर्शन: CBSE छात्रों को परिणामों के बाद तनाव से निपटने में मदद करने के लिए काउंसलिंग सेवाएं प्रदान करता है। छात्र हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करके कोई भी सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
स्थायी अंकपत्र और प्रमाणपत्र
ऑनलाइन परिणाम अस्थायी होते हैं, और छात्र अपने संबंधित स्कूलों से आधिकारिक अंकपत्र और प्रमाणपत्र प्राप्त करेंगे। ये आधिकारिक दस्तावेज भविष्य में शैक्षिक और पेशेवर उद्देश्यों के लिए महत्वपूर्ण होंगे।
निष्कर्ष
2025 के CBSE परिणामों की घोषणा छात्रों के लिए वर्षों की मेहनत और समर्पण का परिणाम है। 10वीं कक्षा में 93.66% और 12वीं कक्षा में 88.39% के पास प्रतिशत के साथ, यह बोर्ड परीक्षा छात्रों और CBSE शिक्षा प्रणाली की मजबूती को दर्शाती है।
जब देशभर में इस शैक्षिक सफलता का उत्सव मनाया जा रहा है, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि परिणाम अंत नहीं हैं, बल्कि यह आगे बढ़ने के नए अवसरों और सफलता की दिशा में एक कदम है।